नैनपुर, मंडला, 17 अप्रैल 2025
मंडला जिले के नैनपुर में स्थित सरकारी अस्पताल अपनी साफ-सफाई और स्टाफ के व्यवहार के लिए जाना जाता है, लेकिन अस्पताल की टॉयलेट सुविधाएँ मरीजों और आगंतुकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। हाल ही में अस्पताल के टॉयलेट की स्थिति को लेकर कई शिकायतें सामने आई हैं, जो स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं की कमी को दर्शाती हैं।
टॉयलेट सुविधाओं की समस्याएँ
अस्पताल के निचले फ्लोर पर पुरुषों के लिए उपलब्ध दो टॉयलेट्स में से एक का दरवाजा टूटा हुआ है, जिसके कारण बाहर से अंदर तक सब कुछ दिखाई देता है। इस स्थिति में टॉयलेट का उपयोग करना असंभव-सा हो जाता है। एक आगंतुक ने बताया, "टूटे हुए दरवाजे के कारण गोपनीयता का अभाव है, जो असुविधाजनक और शर्मनाक है।"
इसके अलावा, टॉयलेट के बाहर यूरिनल एरिया में मूत्र जमा होने की समस्या है, जिससे दुर्गंध फैलती है। हाथ धोने की सुविधा भी अपर्याप्त है। दो नल में से एक से पानी नहीं आता, और नीचे पानी जमा होने से गंदगी बढ़ रही है। ये समस्याएँ न केवल अस्वच्छता को बढ़ावा देती हैं, बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा कर सकती हैं।
स्वच्छता पर सवाल
सरकारी अस्पताल, जहाँ साफ-सफाई और स्वच्छता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, वहाँ इस तरह की लापरवाही चिंता का विषय है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ चल रही हैं, लेकिन नैनपुर के इस अस्पताल की स्थिति इन प्रयासों पर सवाल उठाती है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मौजूद मरीजों के परिजनों ने इस समस्या को लेकर अपनी नाराजगी जताई है। एक मरीज ने कहा, "अस्पताल का स्टाफ और साफ-सफाई सामान्य रूप से ठीक है, लेकिन टॉयलेट की स्थिति देखकर निराशा होती है। इसे जल्द से जल्द ठीक करना चाहिए।" कई लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल कार्रवाई की माँग की है।
सुधार के लिए सुझाव
टॉयलेट का नवीनीकरण: टूटे हुए दरवाजे को तुरंत ठीक करना और यूरिनल एरिया की नियमित सफाई सुनिश्चित करना।
पानी की सुविधा: नल और ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त कर पानी की आपूर्ति और निकासी को बेहतर करना।
नियमित रखरखाव: टॉयलेट की साफ-सफाई और रखरखाव के लिए एक समर्पित टीम की नियुक्ति।
जागरूकता: मरीजों और आगंतुकों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करना।
स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी
मंडला जिला प्रशासन की वेबसाइट के अनुसार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। नैनपुर सरकारी अस्पताल में टॉयलेट सुविधाओं की यह स्थिति विभाग की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर सुधार सुनिश्चित करना चाहिए।
निष्कर्ष
नैनपुर सरकारी अस्पताल में टॉयलेट सुविधाओं की बदहाली न केवल मरीजों की असुविधा का कारण है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस समस्या को प्राथमिकता देते हुए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए। मंडला जिला, जो अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है, अब स्वच्छ और सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी पहचान बनाए, ऐसी अपेक्षा है।
मंडला न्यूज़ एक्सप्रेस आपके लिए लाता है ताज़ा और विश्वसनीय समाचार। नैनपुर और मंडला जिले की ताज़ा खबरों के लिए mandlanews.com पर बने रहें।