मंडला, 15 अप्रैल 2025: मंडला जिले की नर्मदा नदी के तट पर बसी ग्राम पंचायत बड़ी खैरी में पिछले एक सप्ताह से पानी की आपूर्ति ठप है। इससे नाराज ग्रामीण महिलाओं ने मंगलवार को मंडला-डिंडोरी मार्ग पर धरना प्रदर्शन किया, जिससे करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा। महिलाओं का कहना है कि नर्मदा जैसी पवित्र नदी के किनारे बसे इस गांव में वर्षों से जल संकट की समस्या बनी हुई है, और प्रशासन की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा।
क्या है जल संकट की वजह?
ग्रामीणों के अनुसार, पंचायत द्वारा सुबह 4 बजे कुछ समय के लिए दी जाने वाली पानी की सप्लाई पर्याप्त नहीं है। यह समय भी उनके लिए असुविधाजनक है, क्योंकि रात में जागकर पानी भरना पड़ता है। वर्तमान में गांव में टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन यह जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा। महिलाओं ने मांग की है कि पानी की सप्लाई सुबह और शाम दो बार हो, और सुबह की सप्लाई 6 बजे के बाद शुरू की जाए।
स्थानीय निवासियों ने बताया, “नर्मदा नदी हमारे गांव के पास बहती है, फिर भी हमें पानी के लिए तरसना पड़ता है। टैंकर का पानी पूरे गांव के लिए काफी नहीं है। हम चाहते हैं कि प्रशासन इस समस्या का स्थायी समाधान करे।”
प्रशासन का जवाब और कार्रवाई
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग के कार्यकारी अभियंता (ईई) मनोज भास्कर, तहसीलदार हिमांशु भलावी, और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचे। गांव के सरपंच, उपसरपंच, और सचिव भी वहां मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि समूह नल जल प्रदाय योजना का मोटर पंप खराब होने के कारण पानी की आपूर्ति बाधित हुई है। पंप को मरम्मत के लिए जबलपुर भेजा गया है, और जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा।
स्थायी समाधान का वादा
प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जल संकट को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। पीएचई विभाग के अनुसार, नगर पालिका क्षेत्र में ट्यूबवेल खनन की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, यदि जरूरत पड़ी तो नर्मदा नदी से लिफ्ट नल जल योजना भी शुरू की जाएगी। अधिकारियों ने तीन दिन के भीतर अस्थायी समाधान और जल्द ही स्थायी व्यवस्था का वादा किया। इस आश्वासन के बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया, और मंडला-डिंडोरी मार्ग पर यातायात सामान्य हो गया।
ग्रामीणों की उम्मीदें
बड़ी खैरी के निवासियों को उम्मीद है कि प्रशासन अपने वादे को जल्द पूरा करेगा। स्थानीय लोगों ने कहा, “हर साल गर्मियों में पानी की समस्या बढ़ जाती है। हम चाहते हैं कि इस बार कोई ऐसी व्यवस्था हो, जो भविष्य में हमें इस संकट से बचाए।”
क्यों महत्वपूर्ण है यह खबर?
मंडला जिले में जल संकट नई बात नहीं है, लेकिन बड़ी खैरी जैसे गांवों में यह समस्या अब गंभीर रूप ले रही है। नर्मदा नदी के किनारे बसे होने के बावजूद पानी की कमी न केवल ग्रामीणों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि यह प्रशासनिक प्रबंधन पर भी सवाल उठाती है। इस घटना ने एक बार फिर स्थानीय जल प्रबंधन और बुनियादी सुविधाओं की कमी को उजागर किया है।